Jharkhand 1 to 7 Board Exam 2025: अर्धवार्षिक परीक्षा 16 से 18 दिसंबर तक जानिए परीक्षा की तारीखें और पैटर्न, टाइम टेबल, सिलेबस

Jharkhand 1 to 7 Board Exam 2025

Jharkhand 1 to 7 Board Exam 2025 की अर्धवार्षिक परीक्षा 16 से 18 दिसंबर तक

झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (JCERT) ने राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 7 (सत्र 2025-26) तक की अर्धवार्षिक परीक्षा की तारीखें घोषित कर दी हैं।

यह परीक्षा 16 दिसंबर से 18 दिसंबर 2025 तक आयोजित की जाएगी।

इस वर्ष झारखंड के सभी जिलों में तीन बार अर्धवार्षिक परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। यह परीक्षा विद्यार्थियों की वार्षिक प्रगति और मूल्यांकन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

Jharkhand 1 to 7 Board Exam 2025 परीक्षा की तारीखें और पैटर्न

परीक्षा 16 दिसंबर से 18 दिसंबर तक तीन दिनों तक चलेगी।
जेसीईआरटी ने स्पष्ट किया है कि इस परीक्षा में विभिन्न प्रकार के प्रश्न पूछे जाएंगे, जैसे –

  • वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  • लघु उत्तरीय प्रश्न
  • दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
  • कक्षा 3 से 5 तक के विद्यार्थियों के लिए प्रत्येक विषय की परीक्षा 60 अंकों की होगी, जबकि गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान विषयों की परीक्षा 50-50 अंकों की होगी।

प्रोजेक्ट वर्क और मूल्यांकन प्रणाली

  • इन तीनों विषयों में 10 अंकों का प्रोजेक्ट वर्क अनिवार्य रूप से शामिल किया गया है। इससे विद्यार्थियों की समझ और व्यवहारिक ज्ञान का मूल्यांकन किया जाएगा।
  • जिला स्तर पर प्रश्न पत्र, उत्तर पुस्तिकाएं और रिपोर्ट कार्ड का मुद्रण टेंडर प्रणाली के माध्यम से किया जाएगा। वहीं जनजातीय भाषा के प्रश्न स्थानीय स्तर पर तैयार किए जाएंगे ताकि विद्यार्थियों को भाषा की समझ में आसानी हो।

उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन और परिणाम घोषणा (Jharkhand 1 to 7 Board Exam 2025)

  • उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 19 दिसंबर से 24 दिसंबर 2025 तक किया जाएगा।
  • जेसीईआरटी ने निर्देश दिया है कि मूल्यांकन के बाद जनवरी के पहले सप्ताह में परीक्षा परिणाम घोषित किए जाएं ताकि विद्यार्थियों को वार्षिक परीक्षा की तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिल सके।

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निष्कर्ष (Jharkhand 1 to 7 Board Exam 2025)

झारखंड शिक्षा परिषद का यह कदम विद्यार्थियों के सतत मूल्यांकन और शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के उद्देश्य से उठाया गया है। इस परीक्षा के माध्यम से विद्यार्थियों की विषयगत समझ, लेखन क्षमता और प्रोजेक्ट आधारित सीखने की प्रक्रिया को और बेहतर बनाने की कोशिश की जा रही है।